रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, संपूर्ण जानकारी

 हर हर महादेव प्रिय पाठकों,कैसे है आप लोग,आशा करते हैं कि आप ठीक होंगे।  


रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, संपूर्ण जानकारी 


रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, संपूर्ण जानकारी


दोस्तों आज इस पोस्ट मे हम बात करेंगे रक्षाबन्धन की। कुछ लोगों का कहना है ,कि रक्षाबंधन 30 अगस्त को मनाना चाहिए और वहीं कुछ लोगों का मानना है कि 31 अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाना शुभ रहेगा।


आज इस पोस्ट मे हम यही जानेंगे कि रक्षाबंधन का त्योहार किस दिन मनाया जाएगा और इसकी सही तारीख क्या है 30 अगस्त या फिर 31 अगस्त।


प्रिय दोस्तों सबसे पहले तो आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं। मित्रों! जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इसबार पूर्णिमा दो दिन की है। 30 तारीख और 31 तारीख ,इसलिए राखी तो दोनों ही दिन बांधी जा सकती है। 


लेकिन इस बार थोड़ा मुहूर्त  का खास ख्याल रखना पड़ेगा अन्यथा जान माल की हानी हो सकती है अर्थार्त गलत मुहूर्त  में राखी बाँधना भाई के लिए हानिकारक हो सकता है। क्योंकि इस बार रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया पड़ रहा है। 


रक्षाबंधन का त्यौहार हर महीने श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि रक्षाबंधन त्यौहार भद्राकाल में भूलकर भी नहीं बनाना चाहिए। भद्रा काल में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधना बेहद ही अशुभ माना जाता है। कहा गया है कि भद्रा का त्याग करके ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाना चाहिए। 


जैसा की आप सभी जानते है दोस्तों ,कुछ वर्षो से हर त्यौहार दो दिन ही पड़ते हैं, जिससे लोगों को बहुत परेशानी होती है,असमंजस मे पड़ जाते की ,करें तो क्या करें?और इस बार तो रक्षाबंधन भी दो दिन का है। यानी के पूर्णिमा तिथि दो दिन पड़ रही है। तो फिर रक्षाबंधन का त्यौहार किस दिन मनाया जाये?

   

साथ ही आज हम आपको भद्रा काल का भी समय बताएंगे क्योंकि इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा काल का साया होगा इसलिए राखी बांधने का शुभ मुहूर्त जानना अति आवश्यक  हो जाता है। 


मित्रों, रक्षाबंधन भाई बहन के प्यार का अटूट रिश्ता होता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है और भाई भी सदा अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। 


दोस्तों आपको बता दें कि शास्त्रों में भद्रा काल में राखी का त्यौहार मनाना बहुत ही अशुभ बताया गया है।  इसलिए भूलकर भी भद्रा काल में आप अपने भाई को राखी कभी ना बांधे। 


इसके पीछे एक पौराणिक कथा भी है। ऐसा कहा जाता है कि रावण ने भी भद्रा काल अपनी बहन से राखी बंधवाई थी और ठीक 1 वर्ष के अंदर ही उनका विनाश हो गया। 


इसके अलावा मित्रों! भद्रा ,जो की शनिदेव की बहन है,उसे ब्रह्मा जी ने श्राप दिया था कि, जो भी मनुष्य भद्रा काल में कोई शुभ और मांगलिक कार्य करेगा ,उसका परिणाम हमेशा गलत ही होगा।इसीलिए आप भूलकर भी भद्रा के समय रक्षाबंधन का त्यौहार न मनाएं। 


रक्षाबंधन पूजा विधि 


 दोस्तों,रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाइयों पर राखी बांधती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करते हैं इसीलिए भाई-बहन दोनों को स्नानादि करके और यदि हो सके तो नए वस्त्र पहन कर ही राखी बंधवाये। 


यदि नये वस्त्र उपलब्ध न हो तो कोई बात नहीं ,पुराने भी पहन सकते है। लेकिन याद रखें कपड़े, चाहे नये हो या फिर पुराने ,वो काले और नीले रंग के नही होने चाहिए। 


उसके बाद दोनो को  मिलकर भगवान की पूजा करनी चाहिए। पूजा के लिए, पूजा की थाली अवश्य लगा लें और उसमें रोली चंदन अक्षत राखी मिठाई आदि अवश्य रखें और एक शुद्ध घी का दीपक जरूर रखें जिससे आप अपने भाई की आरती करेंगे। 


 अब आप पूजा की थाली को सबसे पहले भगवान के पास रखें इसके पश्चात आप अपने भाई को पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठाये। रक्षाबंधन पर सबसे पहले घर के मंदिर में पूजा पाठ हो जाने के पश्चात सबसे पहले भगवान गणेश जी को राखी अवश्य बांधे। 

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 गणेश जी को राखी बांधने के बाद ,आप भाई की आरती उतारे। अब आप अपने भाई के दाएं हाथ की कलाई में राखी बाँधे और इसके पश्चात भाई का मुंह मीठा करा कर भाई के लिए मंगल कामना करें। और भाई भी अपनी बहनों को रक्षा का वचन और बहनों को उपहार वगैरह अवश्य दें। 


राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त 


दोस्तों अब जानते हैं की साल 2023 में रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाएगा दोस्तों पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त की सुबह 10:58 पर हो रही है और पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 31 अगस्त 2023 की सुबह 7:46 पर होगी। 


हालांकि पूर्णिमा तिथि ,उदय तिथि मे 31 अगस्त को पड़ेगी लेकिन 30 अगस्त को पूरे दिन पूर्णिमा तिथि रहेगी इसलिए 30 अगस्त 2023 ,दिन बुधवार को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाना बेहद शुभ रहेगा। क्योंकि ये भगवान गणेश को समर्पित है और रक्षाबंधन व दूज दोनों में उन्हें पूजा जाता हैं।  



पूर्णिमा तिथि के साथ-साथ इस बार पूरा दिन 30 अगस्त को भद्रा का साया भी रहेगा। जिसके समाप्त होने का समय 30 अगस्त 2023 की रात 9:01 बजे है। भद्रा का साया समाप्त होने पश्चात ही राखी बांधना अत्यंत शुभ और मंगलकारी रहेगा। 


भद्रा की शुरुआत,30 अगस्त  2023 की सुबह 10:52 पर हो रही है और भद्रा की समाप्ति 30 अगस्त 2023 की रात को 9:01 पर होगी। यानी के देखा जाये तो बुधवार को ही भद्रा का साया समाप्त हो जायेगा।


इसलिए इस बार पूरा दिन भद्रा होने कारण राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त बुधवार की रात में प्रदोष काल मे ही रहेगा। 


राखी बांधने का शुभ मुहूर्त हैं 30 अगस्त 2023 को 9 बजकर 1 मिनट से लेकर 9 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त की कुल अवधि 24 मिनट की रहेगी। 


ध्यान रखने योग्य बात 


दोस्तों इस बात का ध्यान रहे कि 30 अगस्त को पूरे दिन भद्रा का साया रहेगा। भद्रा में राखी बांधने से सदैव घर परिवार का विनाश ही होता है इसलिए भाई को इस समय कभी राखी ना बाँधे। नही तो पूरा घर परिवार कंगाल हो सकता है। लंकापति रावण को इसी समय राखी बांधी गई इसीलिए पूरे कुल का विनाश हो गया।  


इसीलिए रात के समय ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाना बहुत ही शुभ और मंगलकारी है। ये समय आपके लिए थोडा कठिन तो जरूर होगा लेकिन,यह समय आपके और आपके परिवार के लिए अत्यन्त शुभ है। 


लोगों के यहां यह परंपरा होती है कि ,सूर्य अस्त होने के बाद वे रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाते हैं इसके लिए आप 31 अगस्त की सुबह को रक्षाबंधन का त्यौहार मना सकते हैं क्योंकि रक्षाबंधन 2 दिन पड़ रही है। 

 

इसके लिए आप पूर्णिमा तिथि समाप्त होने से पहले यानी 31 अगस्त 2023 को सुबह 7 बजकर 46 मिनट से पहले भी राखी बांध सकते हैं। ध्यान रखें कि 31 अगस्त को उदय होने के पश्चात ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा। 


31 अगस्त को सूर्य उदय सुबह 5:48 पर हो जाएगा। इसलिए 31 अगस्त को सुबह 5:48 से लेकर सुबह 7:46 तक अपने भाई को राखी बांध सकते हैं। 


प्रिय मित्रों! सही मुहूर्त पर राखी बांधने से भाई को कई गुना शुभ फलों की प्राप्ति होती है। उसका कभी अमंगल नहीं होता। ऐसी बहन का भाई जहां भी जाएगा दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करेगा, लाखों,करोड़ों मे खेलेगा। रुतबा, पैसा ,धन-दौलत सब कमाएगा। राहु दोष ,पितृ दोष, नजर दोष,मंगल दोष, सबकुछ दूर रहेगा।


रक्षाबंधन पर किस रंग की राखी ना बाँधे 


प्यारी बहनों रक्षाबंधन पर कभी भी भाई को काली  राखी ना बांधे क्योंकि ये रंग शुभ नही होता। भाई की कलाई पर हमेशा लाल रंग की राखी बांधना शुभ और मंगलकारी माना जाता है। 


रक्षाबंधन पर बहनो को कौन सा उपहार नहीं देना चाहिए 


प्यारे भाइयों रक्षाबंधन पर कभी बहन को उपहार मे चाकू, छुरी आदि नुकीली वस्तुएँ नही देनी चाहिए। इससे बहन के जीवन पर नकारात्मकता का गहरा असर पड़ता है। इसके अलावा जुते, चप्पल और  सफेद रंग का कपड़ा भी उपहार में नहीं देना चाहिए। 


उपहार मे दक्षिणा यानी रुपये, सुंदर वस्त्र, आभूषण आदि वस्तुएँ देनी चाहिए। 

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मित्रो ,ये थी रक्षाबंधन की कुछ मुख्य जानकारियां आशा करते है की ये जानकारी आपके काम आए। आप सभी बहन-भाइयों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाए


तो,प्रिय पाठकों कैसी लगी आपको पोस्ट। आशा करते हैं कि आपको पोस्ट पसंद आए। इसी के साथ विदा लेते हैं। vishvagyaan  vishvagyaan मे अगली पोस्ट के साथ फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए आप हंसते रहिए, मुस्कराते रहिए और प्रभु को याद करते रहिए। 

जय- जय श्री राधे कृष्ण 

धन्यवाद 


मुख्य बिंदु 


30 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त। 

रात 9:1 मिनट से 9:25। 

31 अगस्त को राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त। 

सुबह 548 मिनट से 7:46 am

भद्रा काल कितने बजे तक रहेगा ?

सुबह से लेकर रात 9 बजकर 1 मिनट तक रहेगा। 
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